मुगलों का खाने पीने का बहुत शौक था बहुत लोगो को ये लगता हे की उन्हें गोस्त, चिकन, और मछली ज्यदा पसंद थी
मुगलों को मीट मछली ही नहीं बल्कि सब्जिया भी बहुत पसंद थी
बहुत से बादशाहों ने तो मीट मछली से दूरी तक बना ली थी
इतिहास की बहुत सी किताबो में एसा लिखा की मुगलों के दौर में खाने को लेकर कई तरह के प्रयोग भी किये जाते थे
अकबर, जहाँगीर, और ओरंगजेब को सब्जिया खाना बहुत अच्छा लगता था
ताजे फल ओरंगजेब को बहुत ज्यादा पसंद थे उसे आम बहुत जादा पसंद था
मुगलों के शुरुआत के दिनों में शुक्रवार के दिन मीट से खासतौर पर दूरी बनायीं जाती थी
एतिहासिक किताबो से पता चलता हे की ओरंगजेब को खिचड़ी बहुत पसंद थी
ओरंगजेब के बेटे की लिखी हुई चिट्ठी में ओरंगजेब ने खासतौर पैर सुलेमान रसोये की मांग रखी थी जिसे खिचड़ी बनाने,और बिरयानी बनाने में उस्ताद कहा जाता था